Bomb threat: दिल्ली से बेंगलुरु जा रही फ्लाइट में बम की धमकी, उड़ान के बाद वापसी कर सुरक्षित लैंडिंग
Bomb threat: बुधवार, 16 अक्टूबर 2024 को दिल्ली से बेंगलुरु जा रही अकासा एयर की उड़ान QP 1335 को बम की धमकी मिलने के बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। इस उड़ान में कुल 184 लोग सवार थे, जिनमें 174 यात्री, 3 शिशु और 7 क्रू सदस्य शामिल थे। बम की धमकी की जानकारी मिलते ही सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को तुरंत दिल्ली वापस बुला लिया गया, जहां उसकी सुरक्षित लैंडिंग हुई। विमान को आइसोलेशन बे में रखा गया है और यात्रियों तथा क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
घटना का विवरण
अकासा एयर की यह उड़ान दिल्ली से बेंगलुरु के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद, दोपहर 1:15 बजे विमान में बम होने की सूचना मिली। इस सूचना के बाद तुरंत आपातकालीन कदम उठाए गए। पायलट और क्रू ने अत्यधिक सावधानी बरतते हुए विमान को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारने का निर्णय लिया। विमान को सुरक्षित रूप से दोपहर करीब 2:00 बजे दिल्ली में उतार लिया गया और उसे एक अलग आइसोलेशन बे में रखा गया, जहां सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता
जैसे ही बम की धमकी की सूचना मिली, दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां तत्काल सक्रिय हो गईं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें अकासा एयर की उड़ान से बेंगलुरु जा रहे विमान में बम की धमकी का अलर्ट मिला था। इसके बाद, विमान को सुरक्षा कारणों से वापस दिल्ली बुला लिया गया। सुरक्षा अधिकारियों ने विमान की जांच शुरू कर दी और सभी यात्रियों और क्रू को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार, विमान को आइसोलेशन बे में रखा गया है ताकि अन्य विमानों या हवाईअड्डे के संचालन में कोई बाधा न आए। इस दौरान हवाई अड्डे के सभी सुरक्षा कर्मचारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
अकासा एयर का बयान
इस घटना के बाद अकासा एयर की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया। अकासा एयर के प्रवक्ता ने बताया, “अकासा एयर की उड़ान QP 1335, जो 16 अक्टूबर 2024 को दिल्ली से बेंगलुरु के लिए उड़ान भर रही थी, को सुरक्षा अलर्ट मिला। इस उड़ान में 174 यात्री, 3 शिशु और 7 क्रू सदस्य सवार थे। हमारी आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों ने स्थिति की निगरानी की और पायलट को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंडिंग कराने का निर्देश दिया। सभी आवश्यक आपातकालीन प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और विमान को दोपहर 2:00 बजे के आसपास सुरक्षित रूप से उतार लिया गया।”
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
इस प्रकार की गंभीर परिस्थितियों में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होती है। अकासा एयर और हवाई अड्डे की सुरक्षा टीमों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीके से विमान से उतारा जाए और उन्हें किसी भी संभावित खतरे से दूर रखा जाए। घटना के बाद यात्रियों को हवाई अड्डे के सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया गया, जहां उनकी सुरक्षा और आराम का पूरा ध्यान रखा गया।
सुरक्षा जांच और प्रक्रियाएं
घटना के बाद, विमान की पूरी सुरक्षा जांच की गई। बम की धमकी के मद्देनज़र सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी जांच की और यह सुनिश्चित किया कि विमान में कोई संदिग्ध वस्तु न हो। बम डिस्पोजल स्क्वॉड और सुरक्षा विशेषज्ञों ने विमान की बारीकी से जांच की और सभी संभावित खतरों को दूर करने के लिए कदम उठाए।
सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई और सावधानीपूर्वक जांच ने यात्रियों और क्रू के बीच किसी भी तरह के भय को कम किया और स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना के बाद हवाई अड्डे की सुरक्षा और निगरानी को भी बढ़ा दिया गया है।
इस तरह की घटनाओं का प्रभाव
बम धमकियों जैसी घटनाओं का गहरा प्रभाव होता है। यह न केवल यात्रियों और क्रू के लिए एक मानसिक तनाव का कारण बनती है, बल्कि हवाई अड्डे के संचालन और सुरक्षा के लिए भी चुनौतीपूर्ण होती है। ऐसे मामलों में एयरलाइन और हवाई अड्डे की सुरक्षा टीमें मिलकर काम करती हैं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
अकासा एयर की इस घटना ने यह साबित किया कि संकट के समय सही समय पर उठाए गए कदम और त्वरित कार्रवाई जीवन को सुरक्षित रखने में कितनी महत्वपूर्ण होती है। विमान को सुरक्षित रूप से उतारने और सभी यात्रियों को बिना किसी हानि के सुरक्षित निकालने के लिए एयरलाइन और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका सराहनीय रही।